सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को योग गुरु रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद को बड़ा झटका दिया है। इसने पतंजलि के कथित भ्रामक और झूठे विज्ञापनों के मामले में इसके एमडी को अवमानना नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही विज्ञापन के मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए केंद्र को फटकार लगाई। अदालत ने कहा कि 'सरकार आंखें बंद करके बैठी है।' सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के विज्ञापन के जरिए पूरे देश को गुमराह किया जा रहा है। इसने कहा कि सरकार को तत्काल कुछ कार्रवाई करनी होगी।
पतंजलि को सुप्रीम कोर्ट का अवमानना नोटिस, 'पूरे देश को धोखा दिया'
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- 27 Feb, 2024
बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद के कथित भ्रामक और झूठे विज्ञापनों के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आख़िर कंपनी और केंद्र सरकार की खिंचाई क्यों की? जानिए, अवमानना नोटिस क्यों दिया।

लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार औषधीय इलाज के संबंध में भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए पतंजलि आयुर्वेद को कड़ी फटकार लगी। कंपनी ने पिछले साल नवंबर में कोर्ट को आश्वासन दिया था कि इस तरह का कोई बयान नहीं दिया जाएगा। अदालत ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह देखते हुए कि कंपनी ने अपने वचन का उल्लंघन किया है। इसने पतंजलि आयुर्वेद और पतंजलि के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण को नोटिस जारी कर यह बताने को कहा कि अदालत की अवमानना के लिए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों न की जाए।