पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ी कीमतों के ख़िलाफ़ विपक्षी दलों ने संसद में ज़ोरदार नारेबाजी की, हंगामा किया और संसद की कार्यवाही रोकनी पड़ी। ऐसा एक बार नहीं, कई बार हुआ। विपक्ष ने पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों के अलावा किसान आन्दोलन पर भी सदन में चर्चा कराने की माँग की।
एक दिन पहले यानी मंगलवार को भी इसी मुद्दे पर राज्यसभा में ज़ोरदार हंगामा हुआ था। विपक्षी दलों के सांसदों ने इस पर बहस कराने की माँग करते हुए नारेबाजी की थी, शोरगुल किया था। राज्यसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित कर देनी पड़ी थी।
मोदी नहीं देंगे बयान
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज़ादी के 75 साल पूरे होने पर संसद में बयान देना था, पर वे अब ऐसा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि संसद में आम सहमति नहीं होने और विपक्ष सदस्यों के शोरगुल की वजह से प्रधानमंत्री बयान नहीं देंगे।
आज़ादी के 75 साल पूरे होने पर आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और इस पर ही मोदी को संसद को संबोधित करना था।
इंटरनेट कनेक्शन काटने पर सफाई
शिव सेना सांसद विनायक राउत ने सांसद मोहन धारकर की मौत का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि धारकर 35 साल से संसद सदस्य थे। उन्होंने आत्महत्या इसलिए कर ली कि उन्हें दादरा व नगर हवेली प्रशासन और उसके कुछ अधिकारी परेशान कर रहे थे।
सरकार ने बुधवार को संसद में यह माना कि इंटरनेट कनेक्शन कई बार काटे गए, उसने इस पर सफाई भी दी। गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई बार इंटरनेट कनेक्शन काटे गए। उन्होने कहा कि तनाव बढ़ने और दंगे होने की स्थिति में राज्य सरकार और केंद्र शासित क्षेत्रों के संबंधित अधिकारी इंटरनेट कनेक्शन काट देते हैं और यह उनके अधिकार क्षेत्र की बात है।
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