why aren’t we talking about this?! #FarmersProtest https://t.co/obmIlXhK9S
— Rihanna (@rihanna) February 2, 2021
विदेश मंत्रालय ने कहा- सनसनीखेज, ग़ैर-ज़िम्मेदाराना
रियाना के ट्वीट और उस पर हो रही ज़ोरदार प्रतिक्रिया पर भारत ने बग़ैर किसी का नाम लिए औपचारिक रूप से प्रतिक्रिया जताई है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि इस आन्दोलन को भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों, आदर्शों और भारत सरकार व किसान संगठनों की ओर से समस्या का समाधान ढूंढने की कोशिशों के परिप्रेक्ष्य में ही देखा जाना चाहिए।
विदेश मंत्रालय के बयान में यह भी कहा गया है कि,
“
"तथ्यों की पड़ताल कर और मुद्दों को अच्छी तरह समझ कर ही प्रतिक्रिया जताई जानी चाहिए। सोशल मीडिया के हैशटैग और सनसनी फैलाने के प्रलोभन से बचना चाहिए, खास कर उन शख्सियतों को जिनकी बातें न तो सही हैं न ही ज़िम्मेदारीपूर्ण।"
विदेश मंत्रालय, भारत
कंगना ने कहा- किसान नहीं, आतंकवादी हैं
पहले से ही विवादों में रही अभिनेत्री कंगना रनौत ने रियाना के ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा है,
“
"इस पर कोई चर्चा नहीं कर रहा है क्योंकि वे किसान नहीं है, आतंकवादी हैं जो देश को टुकड़े-टुकड़े करने पर आमादा हैं। वे अमेरिका की तरह भारत को भी चीन का उपनिवेश बनाना चाहते हैं। मूर्ख, बैठ जाओ। हम तुम्हारी तरह देश नहीं बेच रहे हैं।"
कंगना रनौत, अभिनेत्री
रियाना पर निजी हमला
इसके बाद कंगना ने रियाना पर निजी हमले किए और कहा कि वे भारतीय गायिकाओं की तरह ही तो हैं।Yes please India wants to know, to simplify to Indians, she is a singer much like Sunidhi Chauhan or Neha Kakkar ...what is so special about her, well... she can shake her bum cheeks and expose her ass crack right in to the camera lens while singing..ya that’s all. Nothing else. https://t.co/FGEj6hb0II
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) February 3, 2021
कमला हैरिस की भांजी ने किया ट्वीट
अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस ने पिछले महीने अमेरिकी संसद में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के समर्थकों के जबरन घुस जाने और तोड़फोड़ करने की वारदात को भारत में किसान आन्दोलन से जोड़ा।
उन्होंने कहा, "यह महज संयोग नहीं है कि दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में एक महीने पहले हमला हुआ था और हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में लोकंतत्र पर हमला देख रहे हैं। हमें किसान आन्दोलन पर हो रहे अर्द्धसैनिक हिंसा और इंटरनेट बंद किए जाने पर गुस्सा होना चाहिए।"
It’s no coincidence that the world’s oldest democracy was attacked not even a month ago, and as we speak, the most populous democracy is under assault. This is related. We ALL should be outraged by India’s internet shutdowns and paramilitary violence against farmer protesters. https://t.co/yIvCWYQDD1 pic.twitter.com/DxWWhkemxW
— Meena Harris (@meenaharris) February 2, 2021
लिली सिंह ने कहा, धन्यवाद
कनाडा में बसी और अपने यूट्यूब कॉमडी के लिए मशहूर लिली सिंह ने भी भारत में चल रहे किसान आन्दोलन का समर्थन किया है। उन्होंने रियाना को धन्यवाद किया और कहा कि यह मानवता से जुड़ा हुआ मामला है।Yes! Thank you so much @rihanna. This is a humanity issue! #IStandWithFarmers and this narrative is TIRED. ❤️ https://t.co/H0h5EM7mNW
— Lilly // #LateWithLilly (@Lilly) February 2, 2021
बेस्ट सेलर लेखिका ने लिखा लेख
अमेरिका में बसी भारतीय मूल की कवियित्री और 'न्यूयॉर्क टाइम्स' की 'बेस्ट सेलर' लेखिका रूपी कौर ने भी कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे आन्दोलन का समर्थन किया है। उन्होंने किसान आन्दोलन के प्रति एकजुटता जताने के लिए रियाना को धन्यवाद कहा है। रूपी कौर ने किसान आन्दोलन पर एक लेख वाशिंगटन पोस्ट में
लिखा है और इसे 'क्रांति' कहा है।
i wrote a piece for the @washingtonpost about the farmers protests. punjab’s tradition of revolutionary defiance is on full display and it is a sight to behold.#IStandWithFarmers https://t.co/haredbWZWz
— rupi kaur (@rupikaur_) December 16, 2020
ब्रिटिश सांसद
इसके अलावा अमेरिका और ब्रिटेन के कई सांसदों ने भारत के किसान आन्दोलन का समर्थन करते हुए रियाना के प्रति कृतज्ञता जताई है।
ब्रिटेन की सांसद क्लॉडिया वेब ने ट्वीट किया,
“
"भारतीय किसानों के प्रति एकजुटता दिखाती हूं। धन्यवाद रियाना। ऐसे युग में जब राजनीतिक नेतृत्व की कमी है, दूसरों के सामने आने से अनुगृहित हूं।"
क्लॉडिया वेब, सदस्या, ब्रिटिश संसद
अमेरिका की नज़र
इसी तरह अमेरिकी हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव्स के सदस्य जिम कोस्टा ने भी किसान आन्दोलन का समर्थन किया। उन्होंने ट्वीट किया,“
"भारत में हो रही घटनाएँ परेशान करने वाली हैं। विदेशी मामला समिति के सदस्य के रूप में मैं इस पर नज़र रखे हुए हूं। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के अधिकार का सम्मान हर जगह होना चाहिए।"
जिम कोस्टा, सदस्य, अमेरिकी हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव्स के विदेश मामलों की समिति
ग्रेटा तनबर्ग
पर्यावरण बचाने के लिए आन्दोलन चलाने के लिए मशहूर स्विटजरलैंड की किशोरी ग्रेटा तनबर्ग ने भी भारत के किसान आन्दोलन को समर्थन किया है।
ग्रेटा तनबर्ग ने कहा कि वह भारत में चल रहे किसान आन्दोलन के साथ खड़ी हैं।
We stand in solidarity with the #FarmersProtest in India.
— Greta Thunberg (@GretaThunberg) February 2, 2021
https://t.co/tqvR0oHgo0
बता दें कि ग्रेटा को इस बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसान आन्दोलन को मिल रहे समर्थन के बीच भारत सरकार, सत्तारूढ़ दल बीजेपी और बीजेपी-शासित राज्य सरकारों ने अपना रवैया पहले से अधिक कड़ा कर लिया है।
कुचलने पर आमादा सरकार
उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर में जहाँ हज़ारों किसान जमा हैं, बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कई स्तरों का बैरिकेड खड़ा कर दिया है, ब्लेड वाले कंटीले तार लगा दिए हैं, खाई खोद दी है और ज़मीन पर बड़े-बड़े नुकीले रॉड लगा दिए हैं। इन्हें पार करना किसी के लिए भी असंभव तो है ही, वहाँ मौजूद लोगों की सुरक्षा के लिए भी ख़तरनाक है।
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अधिकार को जिस तरह कुचला जा रहा है, उससे भारतीय लोकतंत्र पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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