प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार 22 अक्टूबर को उस समय रोजगार मेला लॉन्च किया है जब देश का युवा उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक सड़कों पर रोजगार के लिए आंदोलन चला रहा है। पीएम मोदी ने 75000 से ज्यादा लोगों को नियुक्ति पत्र दिये और अगले 18 महीनों यानी अगले डेढ़ साल में कुल 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया गया है। रोजगार मेले और इसके जरिए नौकरी देने की यह टाइमिंग महत्वपूर्ण है। बीजेपी चुनावी मोड में है। डेढ़ साल बाद 2024 का आम चुनाव है यानी मोदी और बीजेपी की साख पर अगला और मोदी के नेतृत्व में तीसरा चुनाव लड़ा जाने वाला है। ऐसे में 75000 नौकरियों के लिए मोदी के रोजगार मेला इवेंट के निहितार्थ को समझा जा सकता है। लेकिन अगर मोदी सरकार के वादों और बयानों पर नजर डालें तो ये इवेंट एक चुनावी इवेंट के अलावा कुछ नहीं है।
मोदी का रोजगार मेलाः मुंह चिढ़ाते बेरोजगारी के आंकड़े
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- 29 Mar, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने आज शनिवार को 75000 युवकों को नौकरियों के नियुक्ति पत्र जारी किए। अगले डेढ़ साल में करीब दस लाख लोगों को ऐसे नियुक्ति पत्र मिलेंगे। इस इवेंट के पीछे क्या है, देश में बेरोजगारी की हालत क्या है। इन्हीं तथ्यों के संदर्भ में इस इवेंट पर यह रिपोर्टः
