संसद का शीतकालीन सत्र पूरी तरह हंगामे और शोरगुल के नाम रहा। इस सत्र में विपक्षी सांसदों के निलंबन और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेर लिया और इस वजह से संसद के दोनों सदनों में हंगामा होता रहा। लेकिन सरकार इन दोनों ही मुद्दों पर दबाव में आती नहीं दिखी और वह अपने रूख़ पर अड़ी रही। हंगामे के बीच ही चुनाव सुधार से जुड़े विधेयक को भी सरकार ने दोनों सदनों में पास करा लिया।