गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों में जांच एजेंसी ईडी के दुरुपयोग के मुद्दे पर हंगामा हुआ। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने केंद्रीय एजेंसियों ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग को लेकर नारेबाजी की और इसके बाद इसे लेकर दोनों ही सदनों में हंगामे का माहौल रहा। लगातार हंगामे के बाद दोनों सदनों को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा कि आखिरी ईडी उन्हें संसद सत्र के चालू रहते हुए कैसे बुला सकती है।
बता दें कि ईडी ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में खड़गे को जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा है। ईडी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से इस मामले में पहले ही पूछताछ कर चुकी है।
खड़गे ने राज्यसभा में कहा कि बुधवार को पुलिस ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घरों की घेराबंदी कर दी, क्या ऐसे हालात में लोकतंत्र जिंदा रह सकता है क्या हम संविधान के मुताबिक काम कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हम डरेंगे नहीं और मुकाबला करेंगे।
खड़गे के आरोपों को लेकर राज्यसभा में बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार किसी भी एजेंसी के काम में दखल नहीं देती है। गोयल ने कहा कि कांग्रेस के शासन में ऐसा होता था लेकिन अब अगर कोई भी गलती करता है तो एजेंसी अपनी कार्रवाई करती है।
हम चुप नहीं रहेंगे: राहुल
उधर, राहुल गांधी ने इस मामले में बयान जारी कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें और अन्य विपक्षी नेताओं की आवाजों को चुप कराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड का पूरा मामला डराने और धमकाने का है। राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह को लगता है कि थोड़े दबाव डालने से हम चुप हो जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं होगा।
हंगामेदार रहा सत्र
मॉनसून सत्र 2022 अपनी शुरूआत से ही हंगामेदार रहा है और इस वजह से अब तक संसद के दोनों सदनों में ज्यादा कामकाज नहीं हो सका है। पिछले हफ्ते दोनों सदनों में सांसदों ने विपक्षी सांसदों के निलंबन, महंगाई, मूल्य वृद्धि, जीएसटी की बढ़ी दरों के खिलाफ नारेबाजी की थी। कांग्रेस सांसदों ने ईडी के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए संसद परिसर में प्रदर्शन भी किया था।
लोकसभा और राज्यसभा से विपक्ष के सांसदों को निलंबित किए जाने के खिलाफ और अहम मुद्दों पर संसद में चर्चा कराने की मांग को लेकर कई दलों के सांसदों ने संसद परिसर में धरना दिया था।
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