कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज दो टूक कहा कि 'प्रधानमंत्री मोदी से तो मैं बिल्कुल भी नहीं डरता'। उनकी यह प्रतिक्रिया नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की कार्रवाई और यंग इंडियन लिमिटेड के दफ़्तर सील करने के मामले में एक सवाल के जवाब में आई है।
उनसे एक पत्रकार ने पूछा कि आपने ईडी के बारे में कहा कि जो कुछ करना है कर ले तो क्या आप डरने वाले नहीं हैं? इस पर राहुल ने कहा- नहीं। ...बिल्कुल नहीं...। और मोदी से तो मैं बिल्कुल ही नहीं डरता।' जब उनसे कांग्रेस मुख्यालय के रास्ते, सोनिया गांधी के आवास पर पुलिस बैरिकेडिंग को लेकर सवाल पूछा गया तो राहुल ने कहा, 'सच्चाई को बैरिकेड नहीं किया जा सकता है।'
राहुल की प्रतिक्रिया उस मामले में थी जिसमें यंग इंडियन के कार्यालय को सील किए जाने के बाद सोनिया गांधी व कांग्रेस कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। कांग्रेस ने बुधवार को इस पर कहा था कि यह कांग्रेस को धमकाने का प्रयास है और एक तरह से यह पार्टी की घेराबंदी की गई है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है, 'कांग्रेस की घेराबंदी की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने हमारे मुख्यालय, कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति के घरों को घेर लिया है। यह प्रतिशोध की राजनीति का सबसे ख़राब रूप है। हम नहीं झुकेंगे! हम चुप नहीं रहेंगे! हम मोदी सरकार के अन्याय और विफलताओं के खिलाफ आवाज़ और अपना मुद्दा उठाना जारी रखेंगे।'
बहरहाल, राहुल गांधी ने ईडी की कार्रवाई को लेकर गुरुवार को पत्रकारों से कहा, 'आप जो चाहें करें, हम डरेंगे नहीं। हम बीजेपी सरकार के खिलाफ आवाज उठाना जारी रखेंगे।'
राहुल गांधी ने कहा,
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अगर आप नेशनल हेराल्ड की बात कर रहे हैं, तो पूरा मामला डराने-धमकाने का है। नरेंद्र मोदी और अमित शाह को लगता है कि थोड़े दबाव से हम चुप हो जाएंगे। लेकिन हम नहीं होंगे। नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो कुछ भी लोकतंत्र के खिलाफ कर रहे हैं, हम इसके ख़िलाफ़ खड़े रहेंगे।
राहुल गांधी, कांग्रेस नेता
पत्रकारों द्वारा भाजपा की धमकी के बारे में पूछे जाने पर कि उन्हें 'भागने के लिए कोई जगह नहीं' छोड़ी जाएगी, राहुल ने जवाब दिया, "कौन भागने की बात कर रहा है? वे वही हैं जो भागने की बात करते हैं। हम डरेंगे नहीं। हम नरेंद्र मोदी से नहीं डरते हैं, आप जो चाहें करें, कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं अपना काम करता रहूंगा। लोकतंत्र की रक्षा करने, देश में सद्भाव बनाए रखने का काम जारी रखूँगा।'
ईडी की यह कार्रवाई नेशनल हेराल्ड मामले में हो रही है। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। बीजेपी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया था कि सोनिया और राहुल गांधी ने केवल 50 लाख रुपये का भुगतान कर यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के ज़रिए कांग्रेस के स्वामित्व वाले एसोसिएट जरनल लिमिटेड यानी एजेएल का 90.25 करोड़ का कर्ज अपने नाम ट्रांसफर करवा लिया। इसके बाद एजेएल के 90 फ़ीसदी शेयर भी यंग इंडिया के नाम ट्रांसफर हो गए।
बता दें कि सोनिया गांधी पिछले महीने तीन बार ईडी के सामने पेश हुई थीं। सूत्रों के हवाले से ख़बरें आई थीं कि सोनिया से तीन दिनों में 12 घंटे में 100 से अधिक सवाल पूछे गए थे। ईडी की इस कार्रवाई के विरोध में भी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था।
इससे पहले जून में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी ईडी ने पांच दिनों में क़रीब 50 घंटे तक पूछताछ की थी। कुछ रिपोर्टों के अनुसार उनसे लगभग 150 सवाल पूछे गए थे। कांग्रेस ने तब भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था।
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