राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भाषण मोदी सरकार के गुणगान पर केंद्रित था। भाजपा और मोदी 1975 के आपातकाल पर जो कह रहे हैं, वही बातें मुर्मू के भाषण में भी थीं। मुर्मू ने नीट पेपर लीक और ईवीएम पर विपक्ष को नसीहत दे डाली। विपक्ष का कहना था कि उनके भाषण से यह लग रहा था कि वो सिर्फ एनडीए की राष्ट्रपति हैं, देश की नहीं। विपक्ष राष्ट्रपति के भाषण से निराश है।
राष्ट्रपति के लिखित भाषण पर विपक्ष निराश, क्या इमरजेंसी के अलावा मुद्दे नहीं हैं
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- 29 Mar, 2025
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के दोनों को संबोधित करते हुए मोदी सरकार का लिखित भाषण पढ़ा। भाषण के कंटेंट में वही बातें थीं, जो पीएम मोदी भाजपा कहती आ रही है। इमरजेंसी का जिक्र कांग्रेस को पसंद नहीं आया, जबकि शेष विपक्ष को भी भाषण पसंद नहीं आया और उन्होंने कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों पर राष्ट्रपति ने कुछ नहीं कहा।
