पीएनबी में 14 हज़ार कराेड़ का घोटाला हुआ। ईडी नीरव की संपत्तियां ज़ब्त करने में जुटी है तो सीबीआई गिरफ़्तारी के प्रयास में है। लेकिन बड़े सवाल अब भी बरकरार हैं। क्या घोटाले की पूरी रक़म वसूल हो पाएगी? और क्या कभी नीरव मोदी की गिरफ़्तारी हो भी पाएगी?
लेकिन बड़े सवाल अब भी बरकरार हैं। क्या घोटाले की पूरी रक़म वसूल हो पाएगी? और क्या नीरव मोदी की गिरफ़्तारी कभी हो भी पाएगी? पीएनबी घोटाले में पहला मामला इसी साल जनवरी में ड्रेडी हाउस, साउथ मुंबई स्थित मिड कॉरपोरेट शाखा में सामने आया। लेकिन इसकी शुरुआत क़रीब सात साल पहले ही हो गई थी। अब तक 14 हज़ार करोड़ रुपए से ज़्यादा का घोटाला हुआ है। घोटाले में नीरव मोदी, उनके मामा मेहुल चोकसी और उनकी कंपनियों पर आरोप लगे।
शिकायत दर्ज़ हुई भी नहीं थी कि नए साल के पहले ही दिन नीरव मोदी देश छोड़ चुके थे। भारत छोड़ने के बाद नीरव मोदी इंग्लैंड में हैं, जबकि मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली है। दो मामले बने। एक तो, मनी लॉन्ड्रिंग का और दूसरा, आपराधिक। दो एजेंसियों, ईडी और सीबीआई ने कार्रवाई की। ईडी नीरव की संपत्तियां ज़ब्त करने में जुटी है तो सीबीआई गिरफ़्तारी के प्रयास में है।