दोनों सदनों में शुक्रवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस होने वाली है। जबकि राज्यसभा की कार्य सलाहकार समिति ने इस चर्चा के लिए 26 घंटे आवंटित किए हैं। लोकसभा में भी इतना ही समय आवंटित होने की संभावना है। लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी का अभी तक गठन नहीं हुआ है। वही समय आवंटित करती है।
महा हंगामाः इंडिया गठबंधन ने फैसला लिया है कि यदि प्रस्तावों को अनुमति नहीं दी गई, तो सांसद पहले सदन के अंदर विरोध करेंगे और स्थगन के लिए मजबूर करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को दोनों सदनों को बड़े हंगामे का सामना करना पड़ेगा। स्थगन नामंजूर होने पर विपक्षी दल संसद परिसर में दोनों सदनों के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
नीट के मुद्दे को लेकर डीएमके काफी सक्रिय है। बैठक के बाद डीएमके सांसद टी शिवा ने कहा, "हम 28 जून को नीट मुद्दे पर (संसद में) स्थगन का नोटिस देंगे।" राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने कहा, "विपक्ष एकजुट है और वह संसद में नीट, अग्निवीर, महंगाई और बेरोजगारी और एमएसपी के मुद्दे उठाएगा।" हनुमान बेनीवाल राजस्थान से चुनकर आए हैं और अब इंडिया में शामिल हो गए हैं।
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