loader

NEET: पटना में एम्स के 3 डॉक्टर सीबीआई हिरासत में लिए गए, सुप्रीम सुनवाई आज

सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार 18 जुलाई को NEET-UG की सुनवाई से पहले, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने प्रवेश परीक्षा में पेपर लीक और अनियमितताओं के मामले में एम्स पटना के तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। डॉक्टर 2021 बैच के हैं और उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने डॉक्टरों के कमरे सील कर दिए हैं और उनके लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए है। डॉक्टरों की हिरासत नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र चुराने के आरोप में दो और लोगों को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद हुई है। आरोपियों की पहचान पंकज कुमार और राजू सिंह के रूप में हुई है, जिन्हें क्रमशः बिहार के पटना और झारखंड के हज़ारीबाग़ से गिरफ्तार किया गया।

ताजा ख़बरें

पंकज कुमार पेपर लीक माफिया का हिस्सा है और उसने कथित तौर पर राजू की मदद से एनईईटी-यूजी प्रश्न पत्र चुराए थे। अधिकारियों ने बताया कि पटना की एक विशेष अदालत ने बुधवार को पंकज कुमार को 14 दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया, जबकि राजू को 10 दिन की हिरासत में भेज दिया गया।

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें बिहार के इस मामले के सरगना रॉकी उर्फ ​​राकेश रंजन समेत 13 अन्य आरोपी अब उसकी हिरासत में हैं।

सुप्रीम कोर्ट आज विवादों में घिरे मेडिकल प्रवेश परीक्षा से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। 11 जुलाई को पिछली सुनवाई में, शीर्ष अदालत ने उन याचिकाओं की सुनवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी थी, जिनमें परीक्षा रद्द करने, दोबारा परीक्षा देने और एनईईटी-यूजी 2024 के संचालन में कथित अनियमितता की जांच की मांग शामिल थी। 

8 जुलाई को, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि NEET-UG 2024 की पवित्रता का "उल्लंघन" हुआ है। यह कहते हुए कि अगर पूरी प्रक्रिया प्रभावित होती है तो दोबारा परीक्षा का आदेश दिया जा सकता है। अदालत ने एनटीए और सीबीआई से कथित पेपर लीक के समय और तरीके सहित विवरण मांगा था। अदालत ने याचिकाकर्ताओं द्वारा दावा की गई अनियमितताओं की सीमा को समझने के लिए गलत काम करने वालों की संख्या के बारे में भी जानकारी मांगी।
इस बीच, केंद्र और एनटीए दोनों ने सुप्रीम कोर्ट में अतिरिक्त हलफनामा दायर किया। केंद्र के हलफनामे में कहा गया है कि आईआईटी-मद्रास द्वारा आयोजित एनईईटी-यूजी 2024 परिणामों के डेटा विश्लेषण से पता चला है कि न तो "सामूहिक अनियमितता" का कोई संकेत था और न ही इससे लाभान्वित होने वाले और असामान्य रूप से हाई मार्क्स पाने वाले उम्मीदवारों के एक स्थानीय समूह को फायदा मिला था।

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें
हलफनामे में कहा गया है कि 2024-25 के लिए अंडर ग्रैजुएट सीटों के लिए काउंसलिंग जुलाई के तीसरे सप्ताह से चार राउंड में आयोजित की जाएगी। इसी तर्ज पर दायर एनटीए के हलफनामे में कहा गया है कि उसने राष्ट्रीय, राज्य और शहर स्तर पर मार्क्स के वितरण का विश्लेषण किया। एनटीए ने कहा कि कुछ नीट उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त हाई मार्क्स में कोई गड़बड़ी नहीं थी। इसमें कहा गया है कि पाठ्यक्रम में लगभग 25 प्रतिशत की कटौती से उम्मीदवारों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा में बेहतर स्कोर करने में मदद मिली।

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ गुरुवार को नीट-यूजी विवाद के संबंध में 40 से अधिक याचिकाओं पर सुनवाई करने वाली है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें