केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यानी एनपीआर के डाटाबेस को असम के अलावा पूरे देश में अपडेट किए जाने की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा है कि जन्म, मृत्यु और पलायन के कारण होने वाले बदलावों को शामिल करने के लिए ऐसा किया जाना जरूरी है और इसके लिए सभी परिवारों और लोगों की जानकारियों को इकट्ठा किया जाएगा।