एक्टिविस्ट डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या में दो दोषियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है। हत्याकांड के 10 साल बाद यह सजा सुनाई गई। पुणे की एक विशेष यूएपीए अदालत ने दो आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाने के साथ ही तीन अन्य को बरी कर दिया।