मोदी सरकार ने ही आज संसद में कहा है कि पिछले साल सवा दो लाख से ज़्यादा भारतीयों ने भारत की नागरिकता त्याग दी। यह कम से कम पिछले एक दशक में रिकॉर्ड आँकड़ा है। तो सवाल है कि प्रधानमंत्री मोदी के उस सपने का क्या हुआ जो उन्होंने प्रधानमंत्री बनने से पहले देखा था?
2.25 लाख भारतीयों ने छोड़ी नागरिकता, पीएम के सपने ऐसे तो न थे!
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- 9 Feb, 2023
क्या आपको पता है कि भारत को 'विश्वगुरु' बनाने का दम भरने वाले प्रधानमंत्री मोदी का सपना था कि भारतीय वीजा के लिए अमेरिकी लाइन में खड़े हों? तो भारतीय रिकॉर्ड संख्या में नागरिकता क्यों छोड़ रहे हैं?

प्रधानमंत्री बनने से पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने 2012 में कहा था कि 'मैं उस दिन का इंतज़ार कर रहा हूँ जब अमेरिकी भारतीय वीजा के लिए कतार में खड़े होंगे।' इसके दो साल बाद ही वह प्रधानमंत्री बन गए और 2014 से लगातार वह इस पद पर हैं। लेकिन इन वर्षों के बाद अब सरकार ने ही कहा है कि पिछले साल यानी 2022 में 2,25,620 भारतीयों ने देश की नागरिकता छोड़ दी। इससे पहले के वर्षों में भी बड़ी तादाद में भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी।