यूरोपीय संसद के 27 सदस्यों की टीम के जम्मू-कश्मीर दौरे पर देश में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। कई राजनीतिक दलों के नेता, पत्रकार, बुद्धिजीवी और समाज के दूसरे तबकों के लोग खुल कर इसका विरोध कर रहे हैं। वे केंद्र सरकार की मंशा पर भी सवाल उठा रहे हैं।