कोरोना से बचने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का मनोवैज्ञानिक असर बच्चों और किशोरों पर पड़ा है, इससे तो किसी को इनकार नहीं है, पर विशेषज्ञ यह देख कर परेशान हैं कि यह असर आशंकाओं से बहुत अधिक है।