दिल्ली पुलिस का छापों को लेकर दोहरा मापदंड है। बंगाल पुलिस का कहना है कि कोर्ट वारंट होने के बावजूद, उन्हें दिल्ली में तलाशी अभियान चलाने से रोक दिया गया। रोकने का काम दिल्ली पुलिस ने किया। सारा मामला झारखंड सरकार को गिराने की कोशिश में ज़ब्त की गई कैश बरामदगी से जुड़ा है। हालाँकि दिल्ली पुलिस किसी भी राज्य में छापा मारकर आरोपियों और अपराधियों को पकड़ कर लाती है और स्थानीय पुलिस को सूचित तक नहीं करती है, जबकि वो दिल्ली में विपक्षी शासित राज्यों की पुलिस के आने पर उनके मूवमेंट पर रोक लगा देती है। ऐसे दो मामले छत्तीसगढ़ और पंजाब पुलिस के संदर्भ में देखे जा सकते हैं।