जहांगीरपुरी हिंसा के पांच आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है। इन लोगों पर आरोप है कि 16 अप्रैल को इलाके में शोभायात्रा निकलने के दौरान हुई हिंसा में ये लोग शामिल थे। इनमें से अंसार नामक युवक तो मुख्य आरोपी है। हालांकि जहांगीरपुरी मामले में पुलिस खुद कई विवादों में फंस गई है। उसकी हर कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।


राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम एक ऐसा अधिनियम है जो सरकार को किसी व्यक्ति को हिरासत में लेने का अधिकार देता है। यदि अधिकारी संतुष्ट है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है या उससे सार्वजनिक व्यवस्था बाधित हो सकती है तो ऐसे अभियुक्तों पर एनएसए लगाया जा सकता है। वही एनएसए पांच अभियुक्तों पर लगाया गया है।