बीजेपी को 2024 में सत्ता से हटाने के लिए विपक्ष पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। फतेहाबाद में रविवार 25 सितंबर की रैली से यही संकेत मिला है। हालांकि इस रैली में कांग्रेस शामिल नहीं हुई लेकिन नीतीश कुमार ने पूरी तरह संकेत दिया कि कांग्रेस भी हमारे साथ आएगी। नीतीश के बयान से यह भी साफ हो गया कि बिना कांग्रेस विपक्षी एकता नहीं हो पाएगी। बता दें कि रविवार को ही नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात तय है।