फ़ारूक़ अब्दुल्ला पीएसए के तहत हिरासत में क्यों? क्या वे नज़रबंद थे या नहीं, इस पर रहस्य क्यों बना रहा? अमित शाह ने क्यों कहा था कि उनको नज़रबंद नहीं किया गया है? यदि सबकुछ ठीक है तो सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा कि सरकार सामान्य स्थिति बहाल करे? देखिए, आशुतोष की बात में पूरी रिपोर्ट।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।