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फ़ाइल फ़ोटो

राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड; दिल्ली में ही किसानों की 'ट्रैक्टर परेड'

देश आज 72वाँ गणतंत्र दिवस मना रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में राजपथ पर तिरंगा झंडा फहराया गया और गणतंत्र दिवस परेड की सलामी दी गई। इस बीच किसानों की भी 'ट्रैक्टर परेड' यानी ट्रैक्टर रैली शुरू हो गयी है। इस रैली को गणतंत्र दिवस समारोह ख़त्म होने के बाद शुरू होना था। लेकिन तय समय से पहले ही किसान सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर पुलिस बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में घुस गए। इसके साथ ही ट्रैक्टर रैली शुरू हो गई। इससे पहले ही धाँसा बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली शुरू हो गई थी। किसान नेताओं ने जोर देकर कहा है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि हर हाल में यह रैली शांतिपूर्ण होनी चाहिए। किसानों की इस रैली को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। 

सिंघु बॉर्डर से निकाली गई ट्रैक्टर रैली दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुँच गई। रैली डीटीयू-शाहबाद-एसबी डेयरी-दरवाला- बवाना टी-पॉइंट- कंझावला चौक-खरखौदा टोल प्लाजा की ओर बढ़ रही है। टिकरी बॉर्डर से भी रैली दिल्ली में प्रवेश कर चुकी है और आगे बढ़ रही है। 

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बता दें कि कोरोना संक्रमण को लेकर एहतियात बरती जा रही है। इस बार परेड विजय चौक से शुरू होकर नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी। इससे पहले हर बार गणतंत्र दिवस की परेड राजपथ से शुरू होकर लाल क़िले तक जाती थी। गणतंत्र दिवस परेड के माध्यम से दुनिया को भारत की ताकत, संस्कृति और अनेकता में एकता की झलक दिखाई जाती है। 

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कोरोना संक्रमण, देश की आर्थिक स्थिति, आत्मनिर्भर भारत, सेना के जवान सहित कई अहम मुद्दों का ज़िक्र किया। राष्ट्रपति ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर मैं सभी मतदाताओं को, विशेषकर हमारे उन युवा मतदाताओं को बधाई देता हूँ, जिन्हें पहली बार मतदान का अधिकार प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि आज से आपको, भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में और देश का भविष्य तय करने में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर प्राप्त हो रहा है।

पहले तीन जगहों से ट्रैक्टर रैली निकाले जाने की बात सामने आती रही थी लेकिन किसान नेताओं ने सोमवार शाम को कहा था कि ट्रैक्टर रैली नौ जगहों से निकाली जाएगी। 

किसान नेताओं की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में योगेंद्र यादव ने कहा था कि सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर के अलावा दिल्ली में ही धाँसा बॉर्डर और चिल्लर बॉर्डर से भी किसान रैली निकालेंगे। शाहजहांपुर, मशानी बराज, पलवल और सुनेड़ा बॉर्डर से भी किसान रैली निकालेंगे। उन्होंने कहा था कि शाहजहांपुर की परेड में 20-25 राज्यों की झाँकी भी दर्शायी जाएगी।

किसानों का दावा है कि ट्रैक्टर परेड में क़रीब 2 लाख ट्रैक्टर शामिल होंगे। किसान संगठनों ने कहा कि उनकी परेड मध्य दिल्ली में प्रवेश नहीं करेगी और यह गणतंत्र दिवस पर होने वाली आधिकारिक परेड के समापन के बाद ही शुरू होगी।

ट्रैक्टर रैली शुरू होने से पहले किसान एकता मोर्चा ने ट्वीट कर कहा है कि आज अनगिनत संख्या में ट्रैक्टर 'किसान परेड' में भाग लेने जा रहे हैं और दुनिया इसको देखेगी।
बता दें कि किसानों की इस ट्रैक्टर रैली को लेकर कई दिनों तक असमंजस की स्थिति बनी रही क्योंकि दिल्ली पुलिस इसको मंजूरी नहीं दे रही थी। बाद में वह कोर्ट में भी गई, लेकिन कोर्ट ने पुलिस को ही इस पर निर्णय करने के लिए कहा। इसके बाद रविवार को ही आधिकारिक तौर पर ट्रैक्टर रैली को मंजूरी दी। हालाँकि जो रूट तय हुआ उसको लेकर किसानों ने आपत्ति जताई। इसके बाद किसान नेताओं के साथ दिल्ली पुलिस ने बैठक की और गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर उसने नई ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की।

पुलिस ने क्या कहा था?

पुलिस ने रविवार को आधिकारिक तौर पर ट्रैक्टर रैली को मंजूरी दी थी और कहा था कि किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली गणतंत्र दिवस समारोह ख़त्म होने के बाद शुरू होगी। दिल्ली पुलिस के अनुसार 3 रूट पर ट्रैक्टर रैली को मंजूरी दी गई। सिंघु, टिकरी और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और यहीं से अलग-अलग ट्रैक्टर रैलियाँ निकलेंगी।

सिंघु बॉर्डर के किसानों के लिए रूट: प्रदर्शन करने वाले किसान के लिए संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, कंजावाला, बवाना, औचंडी बॉर्डर और केएमपी एक्सप्रेसवे होगा। इस रूट पर कुल मिलाकर क़रीब 62 किलोमीटर की दूरी तय होगी। बाद में रैली वापस यहीं आकर ख़त्म होगी।

टिकरी बॉर्डर के किसानों के लिए रूट: किसानों की रैली नांगलोई, नजफ़गढ़, झरोड़ा और केएमपी एक्सप्रेसवे तक जाएगी। इसमें किसान क़रीब 64 किलोमीटर की दूरी तय कर पाएँगे। रैली वापस टिकरी बॉर्डर पर लौट जाएगी।

ग़ाज़ीपुर बॉर्डर के किसानों के लिए रूट: किसानों की ट्रैक्टर रैली 56 फुट रोड, अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड से केजीपी एक्सप्रेसवे तक जा सकेगी। इसमें किसान क़रीब 46 किलोमीटर की दूरी तय कर पाएँगे। बाद में वे ग़ाज़ीपुर बॉर्डर वापस लौट आएँगे।

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क़मर वहीद नक़वी
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