इलेक्टोरल बॉन्ड में जिस तरह के अपारदर्शिता और काले धन के इस्तेमाल की आशंका जताई जा रही थी अब सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद यह सच साबित होता दिख रहा है। इलेक्टोरल बॉन्ड के अब जो आँकड़े आ रहे हैं उसमें चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है।