अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आने से पहले ही यह दौरा कई तरह की बातों को लेकर चर्चा में आ चुका है। पहले यह ख़बर आई कि अहमदाबाद में जिस सड़क से ट्रंप का रोड शो होना है, उसमें पड़ने वाली झुग्गियां उन्हें नहीं दिख सकें, इसके लिये दीवार खड़ी की जा रही है। फिर ख़बर आई कि इन झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने के लिए लोगों को नोटिस दिया जा रहा है। अब इससे ज़्यादा एक और जोरदार ख़बर आई है और इसे ख़ुद ट्रंप ने ही पत्रकारों को बताया है। ट्रंप 24 फ़रवरी को गुजरात के अहमदाबाद आएंगे।
ट्रंप ने कहा है कि वह अपनी भारत यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं। ट्रंप ने कहा, 'मोदी ने मुझे बताया है कि एयरपोर्ट और स्टेडियम के बीच 70 लाख लोग होंगे। मेरा यह दौरा बेहद रोमांचक होने वाला है। मुझे उम्मीद है कि आप सब लोग इसे पसंद करेंगे।' अब यहां सवाल यह खड़ा होता है कि आख़िर अहमदाबाद में 70 लाख लोग कहां से आएंगे।
2011 में अहमदाबाद की आबादी 56 लाख थी। मान लिया जाए कि यह अभी 70 लाख हो गई होगी तो क्या पूरे शहर के लोग ही ट्रंप के स्वागत में उतर आएंगे। ऐसा तो तब भी नहीं होता जब मोदी ख़ुद अहमदाबाद जाते हैं। वैसे भी यह बात नहीं मानी जा सकती कि शहर के हर घर और हर घर का हर आदमी ट्रंप को देखने के लिये सड़कों पर उतर जायेगा। लेकिन अब जब ट्रंप कह रहे हैं कि मोदी ने उनसे ऐसा कहा है तो इसमें दो सवाल खड़े होते हैं। पहला यह कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे वास्तव में ऐसा कहा होगा और दूसरा यह कि क्या कहीं ट्रंप झूठ तो नहीं बोल रहे हैं।
पिछले साल अगस्त में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के साथ एक मुलाक़ात के दौरान ट्रंप ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कश्मीर मामले पर मध्यस्थता करने की गुजारिश की थी। लेकिन तब भारत ने ट्रंप के इस बयान का जोरदार खंडन किया था। भारत के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया था कि भारत का रुख इस बारे में पूरी तरह स्पष्ट है कि पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा ही होगी। तब हैरानी यह हुई थी कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी इशारों-इशारों में अपने ही राष्ट्रपति ट्रंप के दावे का खंडन किया था।
ट्रंप अपने कई झूठों को लेकर चर्चित रहे हैं। ट्रंप के बारे में मशहूर है कि वह न केवल झूठ बोलते हैं बल्कि ख़ूब बोलते हैं, जी भर के बोलते हैं और बेशर्मी से भी बोलते हैं।
दस हज़ार से ज़्यादा झूठों का संकलन
तीस जून, 2017 को ‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने ट्रंप के झूठों की एक लिस्ट छापी थी। अख़बार ने लिखा था कि अमेरिका के इतिहास में ऐसा कोई भी राष्ट्रपति नहीं पैदा हुआ है जिसने झूठ बोलने में इतना वक़्त गंवाया हो। अमेरिका के तमाम मीडिया हाउसों ने राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप के दस हज़ार से ज़्यादा झूठों का संकलन किया है। हालत यह है कि ‘न्यूयार्क टाइम्स’ और ‘वाशिंगटन पोस्ट’ जैसे अति प्रतिष्ठित अख़बारों ने उनके बोले झूठों की पूरी एक श्रृंखला बनाई है।
कहां खड़े होंगे 70 लाख लोग?
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि ट्रंप ने क्या इस बार भी झूठ बोल दिया है। और अगर वास्तव में मोदी ने उनसे 70 लाख लोगों के आने की बात कही है तो ये 70 लाख लोग क्या आस-पास के दूसरे शहरों से लाये जायेंगे। और 70 लाख की भीड़ कम नहीं होती। इतनी बड़ी संख्या में लोग सड़क के दोनों ओर कहां खड़े होंगे और कैसे ट्रंप का रोड शो निकल पायेगा। क्योंकि रोड शो में अमेरिका के सुरक्षा कर्मियों के साथ भारत के भी सैकड़ों सुरक्षाकर्मी, पुलिस अमला, प्रशासन से जुड़े अधिकारी, बाक़ी लोग और गाड़ियां होंगी। ऐसे में ट्रंप के इस बयान को लेकर सवाल खड़े होने लाजिमी हैं। चलिये, ज़्यादा दिन नहीं हैं। बस 5 दिन बाद ही पता चल जायेगा कि क्या ट्रंप हमेशा की तरह इस बार भी झूठ बोल रहे हैं?
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