भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना ने न्यायपालिका को देश के लोकतंत्र का गार्डियन यानी संरक्षक बताया है और कहा है कि भारत के लोग जानते हैं कि जब चीजें ग़लत होंगी तो न्यायपालिका उनके साथ खड़ी होगी। मुख्य न्यायाधीश की इस टिप्पणी का साफ़ मतलब है कि देश में चीज़ें क़ानून से ही चलेंगी और जो संविधान विरोधी या आम लोगों के ख़िलाफ़ होंगी तो फिर न्यायपालिका लोगों की पक्षधर होगी।