डब्ल्यूएचओ द्वारा फाइजर को आपात मंजूरी दिए जाने के बीच ही चीन ने भी नये साल यानी 2021 की पूर्व संध्या पर अपने देश में विकसित कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। लेकिन इसने वैक्सीन के ट्रायल के आँकड़े नहीं जारी किए हैं। इस पर सवाल उठ रहे हैं। ख़ासकर इसलिए कि क्या चीन ने यह दिखाने के लिए वैक्सीन को मंजूरी दी है कि वह पश्चिमी देशों से बायोलॉजिकल डवलपमेंट में पीछे नहीं है?