डब्ल्यूएचओ द्वारा फाइजर को आपात मंजूरी दिए जाने के बीच ही चीन ने भी नये साल यानी 2021 की पूर्व संध्या पर अपने देश में विकसित कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। लेकिन इसने वैक्सीन के ट्रायल के आँकड़े नहीं जारी किए हैं। इस पर सवाल उठ रहे हैं। ख़ासकर इसलिए कि क्या चीन ने यह दिखाने के लिए वैक्सीन को मंजूरी दी है कि वह पश्चिमी देशों से बायोलॉजिकल डवलपमेंट में पीछे नहीं है?
चीन ने बिना आँकड़े जारी किए वैक्सीन को मंजूरी क्यों दी?
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- 1 Jan, 2021
डब्ल्यूएचओ द्वारा फाइजर को आपात मंजूरी दिए जाने के बीच ही चीन ने भी साल 2020 के आख़िरी दिन अपने देश में विकसित कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी है।

जब वैक्सीन विकसित की जा रही थी तो चीन की वैक्सीन दुनिया में सबसे अव्वल रहे देशों में थी। लेकिन अब जबकि फाइजर, मॉर्डना, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राज़ेनेका जैसी वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है तो चीन की सरकार ने भी अपने देश में विकसित वैक्सीन को मंजूरी दे दी।