चीन आख़िर भारत से चाहता क्या है? रिश्ते सुधारना या फिर रिश्ते सुधारने की आड़ में एलएसी पर हरकत करता जारी रखना? क़रीब पाँच साल पहले लद्दाख क्षेत्र में दोनों देशों के सैनिकों की झड़प के बाद पहली बार देपसांग, डेमचोक में गश्त फिर से शुरू ही हुई है कि अब फिर से पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एलएसी पर चीन ने हरकत शुरू कर दी है। चीन ने भारतीय सेना के स्थापना दिवस से कुछ दिन पहले, ऊंचाई वाले पठारी क्षेत्र में युद्ध अभ्यास किया। यह अभ्यास एक तरह से कठिन हालात में तैयारी और रसद सहायता पर अपनी स्थिति को मज़बूत करने के लिए था।
रिश्ते सुधारना चाहता है तो एलएसी के पास युद्ध अभ्यास क्यों कर रहा चीन?
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- 13 Jan, 2025
चीन एक तरफ़ तो एलएसी पर डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया में जुटा है तो दूसरी तरफ़ एलएसी पर सख़्त युद्ध अभ्यास क्यों कर रहा है? भारत के लिए क्या संदेश है?

मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए झिंजियांग मिलिट्री कमांड की एक रेजिमेंट की अगुवाई में यह युद्ध अभ्यास किया गया। इसमें सैनिकों की गतिशीलता और सहनशक्ति बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए सभी इलाक़ों में चलने वाले वाहन, मानव रहित सिस्टम, ड्रोन और एक्सोस्केलेटन सहित उन्नत सैन्य तकनीक का इस्तेमाल किया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभ्यास के मद्देनजर भारतीय सशस्त्र बलों ने भारत-चीन सीमा पर अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को ही कहा भी है कि एलएसी के पार की स्थिति संवेदनशील लेकिन स्थिर है।