नफ़रत फैलाने की भी एक हद होती है! क़रीब छह महीने पहले 'सुल्ली डील' पर मुसलिम महिलाओं की तसवीरें पोस्ट कर 'नीलामी' करने जैसा शर्मनाक मामला आने के बाद अब 'बुल्ली बाई' का मामला आया है। ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म गिटहब का इस्तेमाल करते हुए 'बुल्ली बाई' ऐप बनाई गई और इस पर मुसलिम महिलाओं की तसवीरें अपलोड की गई हैं। यह मामला आने के बाद संवेदनशील लोगों ने सोशल मीडिया पर ग़ुस्सा जाहिर किया है। शिकायत किए जाने के बाद इस मामले की पुलिस ने जाँच भी शुरू कर दी है।
रिपोर्ट के अनुसार, सैकड़ों मुसलिम महिलाओं की तसवीरें आपत्तिजनक ऐप 'बुल्ली बाई' पर अपलोड की गईं। इसमें कई जानी-मानी हस्तियाँ भी शामिल हैं।
इस आपत्तिजनक ऐप पर जिन महिलाओं को निशाना बनाया गया है उनमें से कुछ ने सोशल मीडिया पर शिकायत की है। एक जानी मानी पत्रकार ने ट्विटर पर इस मामले को साझा किया है। उन्होंने दावा किया कि गिटहब पर 'सुल्ली डील्स' की तरह 'बुल्ली बाई' नाम का एक समूह बनाया गया जो मुसलिम महिलाओं की तसवीरें उनके सोशल मीडिया खातों से लेकर लोगों को उनकी 'नीलामी' में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
जब ऑन लाइन इसकी शिकायत की गई तो शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी से लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी तक उन महिलाओं के समर्थन में आ गए।
प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर लिखा, 'मैंने बार-बार माननीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव जी से सुल्ली डील जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से महिलाओं के इस तरह के बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक तौर पर निशाना बनाए जाने के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। शर्म की बात है कि इसे लगातार नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।' हालाँकि, बाद में उनके ट्वीट के जवाब में अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि गिटहब ने आज सुबह ही उपयोगकर्ता को ब्लॉक करने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सीईआरटी और पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई में समन्वय कर रहे हैं।
इस मामले पर ऑल्ट न्यूज़ से जुड़े मोहम्मद ज़ुबैर ने ट्वीट किया, 'उनके पास कम से कम 100 प्रभावशाली भारतीय मुसलिम महिलाओं की तसवीरें हैं। यह ट्विटर हैंडल था @wannabesigmaf जिसने उनके बारे में ट्वीट किया था। हटाए गए ट्वीट्स के आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट उपलब्ध हैं। ट्विटर के लिए यह पता लगाना आसान है कि इसके पीछे कौन है। क्या कोई मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कर सकता है।'
Please file a Police complaint in Mumbai, Not Delhi. You must have seen the investigation by Delhi Police when there was a complaint last year for similar case. Mumbai Police took 3-4 days to arrest a person who gave rape threats to cricket's daughter from his anonymous account.
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) January 1, 2022
इसके आगे वह लिखते हैं, 'कृपया मुंबई में पुलिस शिकायत दर्ज करें, दिल्ली में नहीं। आपने दिल्ली पुलिस द्वारा की गई जांच को देखा होगा जब पिछले साल इसी तरह के मामले की शिकायत हुई थी। क्रिकेटर की बेटी को अपने गुमनाम अकाउंट से रेप की धमकी देने वाले शख्स को गिरफ्तार करने में मुंबई पुलिस को 3-4 दिन ही लगे थे।'
इसके बाद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, 'मुंबई पुलिस के सीपी और और डीसीपी (क्राइम) रश्मि करंदीकर जी से बात की है। वे इसकी जांच करेंगे। हस्तक्षेप करने के लिए महाराष्ट्र डीजीपी से भी बात की है। उम्मीद है कि इस तरह की ग़लत और सेक्सिस्ट साइटों को बंद किया जाएगा।'
Have spoken to @CPMumbaiPolice and DCP Crime Rashmi Karandikar ji. They will investigate this. Have also spoken to @DGPMaharashtra for intervention. Hoping those behind such misogynistic and sexist sites are apprehended. https://t.co/Ofo1l9dgIl
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) January 1, 2022
हालाँकि, इस बीच दिल्ली पुलिस ने भी ट्वीट कर कहा है कि इस मामले को संज्ञान में लिया गया है। उसने यह भी कहा है कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि उचित कार्रवाई करें।
बता दें कि इसी साल जुलाई में 'सुल्ली फॉर सेल' नामक एक ओपन सोर्स वेबसाइट बनाई गई थी, जिस पर मुसलमान महिलाओं के ट्विटर हैंडल से जानकारियाँ और तसवीरें निकाल कर डाली गई थीं और इन्हें सार्वजनिक तौर पर नीलाम किया गया था, जिसे 'सुल्ली डील' कहा गया। 'सुल्ली फॉर सेल' और 'सुल्ली डील' के ज़रिए मुसलमान महिला पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, कलाकारों और शोधार्थियों को निशाना बनाया गया था।
उन्हें इसके ज़रिए ट्रोल किया गया था, उनकी तसवीरें नीलाम की गईं, ट्विटर हैंडल व दूसरी निजी जानकारियाँ सार्वजनिक की गईं और उनके लिए 'सुल्ली' जैसे अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया गया था।
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