इलाहाबाद में जिस घर को एक दिन के अंदर मात्र आरोपी के रूप में नाम आने पर गिरा दिया गया, उस पूरे घटनाक्रम और भारत में मुसलमानों के साथ हो रही नाइंसाफी को टाइम पत्रिका ने प्रकाशित किया है। टाइम पत्रिका ने यह लेख उन्हीं आफरीन फातिमा से लिखवाया है, जो एक्टिविस्ट हैं, जिनके पिता जावेद पंप जेल में हैं।