इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने कोरोना मरीज़ों के इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों की तरह ही कुछ ज़रूरी सेवाओं में लगे लोगों को फ़्रंटलाइन वर्कर के तौर पर पहचान की है। इसमें चेक प्वाइंट पर तैनात पुलिस कर्मी, बिल्डिंग के सिक्योरिटी गार्ड, बस ड्राइवर व दूसरे स्टाफ़, सब्ज़ी बेचने वाले, फ़ार्मासिस्ट शामिल हैं। आईसीएमआर ने कहा है कि उन स्वास्थ्य कर्मियों और प्रवासी मज़दूरों की तरह ही इन सभी में फ्लू जैसे लक्षण दिखने पर जाँच की जानी चाहिए।
आईसीएमआर: फ़्रंटलाइन वर्कर्स की सूची में गार्ड, सब्ज़ी बेचने वाले, जाँच की ज़रूरत
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- 27 May, 2020
इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने कोरोना मरीज़ों के इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों की तरह ही गार्ड और सब्ज़ी बेचने जैसे काम में लगे लोगों को फ़्रंटलाइन वर्कर के तौर पर पहचान की है।

बता दें कि जब से प्रवासी मज़दूरों का घर लौटना शुरू हुआ है तब से उनके गृह राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ गए हैं और इसलिए प्रवासी मज़दूरों में ऐसे लक्षण दिखने पर टेस्ट किए जाने को ज़रूरी किया गया है।