अब तक अधिकतर शुगर के मरीज़ या फिर कोरोना की गंभीर बीमारी से उबरे व्यस्क लोगों के ब्लैक फंगस का शिकार होने की ख़बरें आती रही थीं, लेकिन अब लगता है कि बच्चों के लिए भी यह काफ़ी घातक है। महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोर्मिकोसिस से संक्रमित तीन बच्चों की आँखें निकालनी पड़ी हैं। ब्लैक फंगस हाल में तब काफ़ी ज़्यादा चर्चा में रहा जब डायबिटीज जैसे कोमोर्बिडिटीज वाले कोरोना के मरीज़ों में इसके काफ़ी ज़्यादा मामले आए। कोरोना से ठीक हुए ऐसे लोगों में ब्लैक फंगस का ख़तरा ज़्यादा होता है। तो इन तीनों बच्चों में ऐसी दिक्कतें कैसे आ गईं?