अब तक अधिकतर शुगर के मरीज़ या फिर कोरोना की गंभीर बीमारी से उबरे लोगों के ब्लैक फंगस का शिकार होने की ख़बरें आती रही थीं, लेकिन महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोर्मिकोसिस से संक्रमित तीन बच्चों की आँखें निकालनी पड़ी हैं।
ब्लैक फंगस के मामलों के लिए कौन है ज़िम्मेदार? क्या कोरोना से इसका कोई संबंध है? कौन लोग ब्लैक फंगस की चपेट मं पहले आते हैं? देखिए डॉक्टर्स के साथ एक गंभीर चर्चा।
केंद्र सरकार ने राज्यों से क्यों कहा है कि ब्लैक फंगस के मामलों को महामारी क़ानून के तहत अधिसूचित करें? देश भर में 5500 से ज़्यादा ब्लैक फंगस के मामले सामने आ चुके हैं और 126 लोगों की मौतें हो चुकी हैं।
कोरोना के बाद ब्लैक फंगस ने चिंता बढ़ा दी है। यह चिंता इतनी बढ़ी कि राष्ट्रीय कोविड टास्क फोर्स के विशेषज्ञों ने रविवार को इस बीमारी को लेकर सलाह जारी की है। आख़िर यह ब्लैक फंगस क्या है और यह कितना ख़तरनाक है?