कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। महाराष्ट्र में काफ़ी तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। कई नेता कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। जानिए कोरोना संक्रमण की क्या स्थिति है।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार दूसरे दिन 40 हज़ार से ज़्यादा आने के बाद आज से राज्य में कई कड़े प्रतिबंधों को लागू किया गया है। जानिए, क्या-क्या उठाए गए क़दम।
महाराष्ट्र में नये साल की पूर्व संध्या पर लगाई गई कई तरह की पाबंदियों के बीच आज फिर से राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले 50 फ़ीसदी ज़्यादा आए हैं। जानिए, मुंबई शहर में कितने आए मामले।
महाराष्ट्र में शादी समारोह और निजी कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठे होने पर प्रतिबंध के बाद जानिए, अब नये साल की पूर्व संध्या पर मुंबई में क्या-क्या पाबंदियाँ लगाई गई हैं।
ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले बढ़ने के बीच एक के बाद एक कई राज्यों में रात का प्रतिबंध क्यों लगाया जा रहा है? महाराष्ट्र सहित दूसरे राज्यों में क्या हालात बिगड़ रहे हैं?
महाराष्ट्र में इसी हफ़्ते डेल्टा प्लस वैरिएंट के कारण कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई गई थी और अब इस नये वैरिएंट यानी डेल्टा प्लस के कम से कम 7 मामले सामने आए हैं। इसमें से अधिकतर एक ही ज़िले में हैं।
अब तक अधिकतर शुगर के मरीज़ या फिर कोरोना की गंभीर बीमारी से उबरे लोगों के ब्लैक फंगस का शिकार होने की ख़बरें आती रही थीं, लेकिन महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोर्मिकोसिस से संक्रमित तीन बच्चों की आँखें निकालनी पड़ी हैं।
महाराष्ट्र में अब डेल्टा प्लस वैरिएंट से कोरोना की तीसरी लहर का डर है। राज्य के टास्क फोर्स ने आशंका जताई है कि यदि कोरोना को लेकर लापरवाही बरती गई तो एक या दो महीने में वह लहर आ जाएगी।
महाराष्ट्र में लॉकडाउन 15 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है, लेकिन इसके साथ ही कुछ ज़िलों में पाबंदियों में ढील दी गई है। उद्धव ठाकरे ने चेताया है कि कोरोना की तीसरी लहर का ख़तरा है और इस वजह से सुरक्षा उपायों को कम नहीं किया जा सकता है।
चारों तरफ़ निराशा के इस माहौल में जब देश के सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई महानगरपालिका के काम की तारीफ़ करते हुए ‘मुंबई मॉडल’ की बात की तो यह सवाल उठने लगा कि क्या सही प्रबंधन से कोरोना को नियंत्रित किया जा सकता है या हराया जा सकता है?
महाराष्ट्र में कुछ हफ़्ते पहले तक 60 हज़ार से ज़्यादा केस आ रहे थे, लेकिन अब इस मामले में एक राहत की ख़बर है। शनिवार को 24 घंटे में राज्य में 34 हज़ार 898 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए। हालाँकि, मौत के अधिक मामले चिंता का कारण बने हुए हैं।