बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने रविवार को समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का विरोध करते हुए प्रस्ताव पारित किया। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी। बार काउंसिल के चेयरमैन और वकील मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि देश के सामाजिक-धार्मिक बनावट के मद्देनजर समलैंगिक विवाह हमारी संस्कृति के खिलाफ है। अदालतों को ऐसे फैसले नहीं लेने चाहिए। ऐसी कोई भी पहल विधायिका (संसद) की तरफ से होना चाहिए।
बार काउंसिल समलैंगिक विवाह की मान्यता के खिलाफ, प्रस्ताव पास
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- 29 Mar, 2025
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने रविवार 23 अप्रैल को एक प्रस्ताव आम राय से पास कर समलैंगिक विवाह को मान्यता दिए जाने का विरोध किया है। बार काउंसिल का यह प्रस्ताव काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि केंद्र सरकार के भी इसके पक्ष में नहीं हैं। तमाम धार्मिक संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच का रुख इसके पक्ष में लग रहा है।
