केंद्र सरकार के वन्यजीव पैनल ने असम के जोरहाट जिले में तेल और गैस की खोज करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पूरी दुनिया में इस जगह को हुल्लोंगापार गिब्बन वन्यजीव अभयारण्य के रूप में जाना जाता है और पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र में इस खोज की अनुमति दी गई है। सरकारी बैठक का जो ब्योरा सामने आया है, उसमें केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव की अध्यक्षता में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (एनबीडब्ल्यूएल) की स्थायी समिति ने 21 दिसंबर को अपनी बैठक के दौरान वेदांत (वेदांता) समूह के केयर्न ऑयल एंड गैस के प्रस्ताव को मंजूरी दी। असम में बीजेपी की सरकार है।
असमः किसके लिए जंगल में तेल-गैस खोजने की अनुमति दी गई
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- 13 Jan, 2025
केंद्र की मोदी सरकार ने बीजेपी शासित असम के जोरहाट जिले में तेल-गैस की खोज के लिए ड्रिलिंग की अनुमति वेदांता समूह को दी है। अधिकारियों ने स्वीकार किया कि इससे मामूली नुकसान होगा। लेकिन यह इलाका वन्य जीवों के लिए बहुत संवेदनशील है। वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल हैं। इस खुदाई को लेकर पर्यावरण विशेषज्ञ तमाम चिंता जता रहे हैं।
