'अग्निपथ' भर्ती योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। ऐसे स्थान भी हैं, जहाँ सशस्त्र बलों की नौकरी के इच्छुक लोगों ने नई भर्ती योजना के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया।
ऐसा ही एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन हरियाणा के पानीपत में हुआ। यहां पर, प्रदर्शनकारियों और उन्हें समझाने आए एक सरकारी अधिकारी के बीच बातचीत भावनात्मक हो गई। इससे संबंधित वीडियो वायरल है।
वीडियो में एक युवा प्रदर्शनकारी एसडीएम कमल गिरधर से कह रहा है - अगर आपके बच्चे विरोध कर रहे थे तो आप क्या करेंगे। अधिकारी युवक को गले लगाता है और उसे समझाने की कोशिश करता है और जवाब देता है, तुम मेरे बेटे की तरह हो।
अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिया कि वो उनके मुद्दों को सरकार के सामने पेश करेंगे और उनसे अपना करियर बर्बाद नहीं करने का अनुरोध किया। अधिकारी ने उन लोगों से कहा - बेटा, मैं तुम्हारे पिता की उम्र का हूँ, तुम्हारा करियर बर्बाद हो सकता है। मैं आपके मुद्दों को सरकार तक ले जाऊंगा।
अधिकारी तब प्रदर्शनकारियों से अनुरोध करते हैं कि वे कानून अपने हाथ में न लें और प्रशासन को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर न करें।
एक अन्य प्रदर्शनकारी भी नई योजना के बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए दिखाई दे रहा है। वो कह रहा है - मैं लगभग 9 वर्षों से सेना की परीक्षा की तैयारी कर रहा हूं, अब अगर मैं केवल 4 साल की सेवा करता हूं तो मुझे यकीन नहीं है कि मुझे 25 प्रतिशत वर्ग में रखा जाएगा या नहीं। मैंने 12 वीं तक पढ़ाई की है और मैं ग्रैजुएट नहीं हूं। अगर मैं 26 साल की उम्र में छोड़ देता हूं, तो मुझे इसे पूरा करने में 3 साल और लगेंगे, मुझे 30 साल की उम्र में नौकरी कैसे मिलेगी।
बहरहाल, सरकार ने कई रियायतों की घोषणा की है। वो पिछले तीन दिनों से लगातार घोषणाएं कर रही है। गृह मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और असम राइफल्स में 10 प्रतिशत रिक्तियां आरक्षित होंगी और सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए 'अग्निवीर' को तीन साल की छूट दी जाएगी।
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