भारत के अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने यति नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ अवमानना कार्यवाही शुरू करने की सहमति दे दी है। नरसिंहानंद ने संविधान और भारत के सर्वोच्च न्यायालय के ख़िलाफ़ 'अपमानजनक टिप्पणी' की थी। वह हाल में हरिद्वार की उस 'धर्म संसद' को लेकर भी चर्चा में रहे थे जिसमें कथित तौर पर मुसलमानों के नरसंहार की बात कही गई थी। उस धर्म संसद मामले में नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है और उन्हें गिरफ़्तार भी किया गया है।
यति नरसिंहानंद पर अवमानना के मुक़दमे के लिए अटॉर्नी जनरल की मंजूरी
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- 21 Jan, 2022
यति नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ आख़िर अवमानना कार्यवाही के लिए अटॉर्नी जनरल ने किस आधार पर सहमति दी?

लेकिन गिरफ़्तारी से पहले वह लगातार इंटरव्यू में आपत्तिजनक बयान जारी करते रहे थे। 14 जनवरी को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक साक्षात्कार में यति नरसिंहानंद ने सुप्रीम कोर्ट और संविधान को लेकर आपत्तिजनक बातें कही थीं। इसी को लेकर उनके ख़िलाफ़ अवमानना शुरू करने की मांग एक कार्यकर्ता शची नेल्ली ने की थी। उनके एक पत्र के जवाब में अटॉर्नी जनरल ने सहमति दे दी है।