हिंडनबर्ग रिसर्च के ताज़ा आरोपों को अडानी समूह ने सिरे से खारिज कर दिया है। इसने हिंडनबर्ग के दावे को दुर्भावनापूर्ण, शरारती और छेड़छाड़ वाला क़रार दिया है। अडानी ने यह बयान तब दिया है जब हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में उसका नाम आया है। अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर फर्म ने शनिवार को दावा किया कि व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों से पता चलता है कि सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच की अडानी मनी साइफनिंग स्कैंडल में इस्तेमाल की गई संदिग्ध ऑफशोर संस्थाओं में हिस्सेदारी थी।
हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में आरोप शरारती और दुर्भावनापूर्ण: अडानी समूह
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- 11 Aug, 2024
अमेरिकी सॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने फिर से अपनी एक ताज़ा रिपोर्ट से भारत को लेकर तूफ़ान खड़ा करने वाली रिपोर्ट दी है। जानिए, इस रिपोर्ट पर अडानी समूह ने क्या प्रतिक्रिया दी है।

एक बयान में अडानी समूह ने रविवार को कहा कि ताज़ा आरोप बदनाम दावों को फिर से लगाया गया है जो अदालत में निराधार साबित हुए हैं। इसने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, 'हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए ताज़ा आरोप सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सूचनाओं का दुर्भावनापूर्ण, शरारती और तोड़-मरोड़ कर लगाए गए हैं। ये तथ्यों और कानून को तोड़ते मरोड़ते हुए व्यक्तिगत मुनाफाखोरी के लिए पूर्व-निर्धारित निष्कर्षों पर पहुँचने के लिए लगाए गए हैं। हम अडानी समूह के खिलाफ इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हैं। ये बदनाम दावों को फिर से लगाए गए हैं, जिनकी गहन जांच की गई है, जो निराधार साबित हुए हैं और जिन्हें जनवरी 2024 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पहले ही खारिज कर दिया गया है।'