कोरोना वायरस मरीज़ों की बीमा के बारे में जो आँकड़े आए हैं उससे सरकारी अस्पताल की दुरुस्त व्यवस्था से ज़्यादा स्वास्थ्य बीमा पर विश्वास करने वाले लोगों को झटका लग सकता है। देश भर में कोरोना वायरस के मरीज़ों के मामले जब 1 लाख 80 हज़ार से ज़्यादा हो गए, तब भी सिर्फ़ 5600 लोगों ने ही स्वास्थ्य बीमा के दावे किए। इसका मतलब साफ़ है कि बाक़ी के लोगों को अपनी जेब से ख़र्च करना पड़ा है या पड़ रहा है। जब ग़रीब लोगों के भूखों मरने की नौबत आ रही है तो कोरोना के इलाज के लिए रुपये वे कहाँ से लाएँगे?