कांग्रेस द्वारा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी से लापता सांसद वाले पोस्टर को ट्वीट करने पर मंत्री ने भी पलटवार किया है। ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को हराया था। अमेठी कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है, ऐसे में राहुल की हार के बाद पार्टी को ख़ासा धक्का भी लगा था।
ख़ैर, हुआ यूं कि ऑल इंडिया महिला कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से सोमवार को एक पोस्टर ट्वीट किया गया। पोस्टर में ईरानी पर हमला करते हुए लिखा गया था कि अमेठी से सांसद बनने के बाद उन्होंने सिर्फ़ दो दिन अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
स्मृति पर तंज करते हुए पोस्टर में लिखा गया है, ‘हमने आपको ट्विटर पर अंताक्षरी खेलते हुए देखा है, ऐसे विपरीत समय में जनता आपको ढूंढ रही है लेकिन कई महीनों से अमेठी की जनता को निराश्रित छोड़ देना यह दर्शाता है कि शायद अमेठी आपके लिए महज एक टूर हब है।’ पोस्टर में लिखा है कि क्या अब आप अमेठी में सिर्फ़ कंधा देने के लिए आएंगी।
सोनिया पर हमलावर हुईं ईरानी
इस पोस्टर पर नज़र पड़ते ही ईरानी ने एक के बाद एक धुआंधार कई ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘8 महीने में 10 बार 14 दिन का हिसाब है मेरे पास...लेकिन ये बताएँ सोनिया जी कितनी बार गयीं इस दौरान अपने क्षेत्र में।’ सोनिया गांधी उत्तर प्रदेश की ही रायबरेली सीट से सांसद हैं।
आगे के ट्वीट्स में ईरानी ने लिखा है, ‘मैंने प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण योजना का लाभ अमेठी के लोगों तक पहुंचाया, मेडिकल कॉलेज का काम करवाया, बसों, ट्रेनों से प्रवासियों को वापस लाई लेकिन क्या सोनिया ऐसा हिसाब रायबरेली के लिए दे सकती हैं।’ ईरानी ने यह भी लिखा है कि ये पोस्टर चिपकाने वाले लोग कम से कम अपना नाम तो नीचे लिख देते।
इससे पहले भी अमेठी में लापता सांसद वाले पोस्टर को लेकर सियासी युद्ध हो चुका है। तब राहुल गांधी इस सीट से सांसद थे और उनके ख़िलाफ़ लापता सांसद वाले पोस्टर लगाए गए थे। राहुल गांधी ने 2019 में दो सीटों से चुनाव लड़ा था। अमेठी से भले ही वह हारे थे लेकिन केरल की वायनाड सीट से भारी मतों से जीते थे। राहुल की हार के बाद भी पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सियासी ज़मीन को मजबूत करने के काम में जुटी हुई हैं।
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