मीडिया की आज़ादी पर हमले का मामला फिर उठा है। पूर्व जजों, पूर्व सेना के अफ़सरों, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित क़रीब 3500 हस्तियों ने बयान जारी कर कहा है कि कोरोना महामारी की आड़ में मीडिया की आज़ादी को नहीं कुचला जाए। उन्होंने यह बयान न्यूज़ पोर्टल 'द वायर' और इसके संस्थापक सिद्धार्थ वरदराजन के ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई के ख़िलाफ़ जारी किया है। उन्होंने कहा है कि यह मीडिया की आज़ादी पर हमला है। कोरोना वायरस और धार्मिक संगठन पर रिपोर्टिंग के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने यह कहते हुए रिपोर्ट दर्ज की है कि न्यूज़ पोर्टल ने ग़लत तथ्यों के साथ मुख्यमंत्री की ग़लत छवि पेश की है।