हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद प्रतिभा वीरभद्र सिंह औ उनके विधायक बेटे विक्रमादित्य सिंह दहेज और घरेलू हिंसा के मामले में आरोपी बनाए गए हैं। उन्हें उदयपुर को कोर्ट ने 13 जनवरी को तलब किया है। इस घटनाक्रम से मां-बेटे का राजनीतिक भविष्य दांव पर लग गया है। हाल ही में हिमाचल के सीएम पद पर प्रतिभा ने दावा जताया था। लेकिन आलाकमान ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को चुना। सुक्खू को अभी मंत्रिमंडल का विस्तार करना है। माना जा रहा था कि मां सीएम नहीं बन सकी तो बेटे को मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण पद देना होगा लेकिन अब सारी संभावनाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
विक्रमादित्य सिंह शिमला (ग्रामीण) से विधायक और उनकी मां प्रतिभा सिंह मंडी से लोकसभा सांसद हैं। उदयपुर की एक अदालत ने विक्रमादित्य की पत्नी सुदर्शन चुंडावत द्वारा दायर घरेलू हिंसा मामले में तलब किया है।
सुदर्शना के वकील ने कहा कि उन्होंने अक्टूबर में एक स्थानीय अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी। उदयपुर में दो मामलों की सुनवाई चल रही है। एसीजेएम कोर्ट 2 में जो घरेलू हिंसा से संबंधित है, जिसके लिए कोर्ट ने विक्रमादित्य, प्रतिभा, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की बेटी अपराजिता सिंह, उनके पति अंगद सिंह और अमरीन को तलब किया है।
दूसरे मामले में जो मेंटेनेंस से जुड़ा है, विक्रमादित्य को तलब किया गया है। मामले की सुनवाई फैमिली कोर्ट में चल रही है। इस मुद्दे पर विक्रमादित्य ने कहा-
“
यह एक पारिवारिक मामला है, जो वर्तमान में विचाराधीन है। ऐसे मुद्दे हैं जो किसी भी परिवार में हो सकते हैं और हम कानूनी मध्यस्थता के माध्यम से इस मामले को शांति से सुलझा लेंगे।
-विक्रमादित्य सिंह, कांग्रेस विधायक, हिमाचल प्रदेश
एडवोकेट देवड़ा ने कहा कि आईपीसी की धारा 498ए (महिला के पति या पति के रिश्तेदार के साथ क्रूरता) के तहत तीसरी शिकायत उदयपुर के महिला थाने में दर्ज की गई थी। मामला अपने "परामर्श चरण" में है।
अक्टूबर में उदयपुर के पुलिस अधीक्षक को अपनी शिकायत में, विक्रमादित्य की पत्नी ने अपने ससुराल वालों पर उसके जीवन को "मज़ाक" बनाने का आरोप लगाया और कहा कि वह "डर में" जी रही थी।
उसनेआरोप लगाया कि विधायक ने उस पर "निगरानी" करने के लिए कथित तौर पर उसके कमरे में एक सीसीटीवी कैमरा लगाया था।उदयपुर के आमेट की रहने वाली सुदर्शना ने कहा कि उन्हें चंडीगढ़ की अमरीन नाम की एक महिला के साथ विक्रमादित्य के संबंधों के बारे में पता चला है।
8 मार्च, 2019 को जयपुर में विक्रमादित्य के साथ शादी के बंधन में बंधने वाली सुदर्शन ने कहा कि जब मैंने विक्रमादित्य से चंडीगढ़ की महिला के बारे में पूछा, तो पति ने यह कहते हुए धमकी दी कि “अगर मैं चाहूं तो मैं उनके साथ रह सकती हूं लेकिन वह अमरीन को नहीं छोड़ सकते। जबकि शादी से पहले विक्रमादित्य ने वादा किया था वो उसे एक पत्नी के रूप में रखेंगे।
अपनी शिकायत में, उसने आगे कहा कि अप्रैल 2021 में, विक्रमादित्य, प्रतिभा और अन्य उदयपुर आए और 10 करोड़ रुपये दहेज की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि वह उनके साथ तभी रह सकती हैं जब उन्हें अमरीन के साथ अमरीन वाले रिश्ते पर कोई आपत्ति न हो। उन्होंने यह भी कहा, जब तक वह (वीरभद्र) जीवित थे, अभियुक्तों के पास मुझे अपने साथ रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं था, क्योंकि हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अमरीन के साथ बेटे के संबंधों के खिलाफ थे और उन्होंने विक्रमादित्य को अस्वीकार करने की धमकी भी दी थी। क्योंकि उन्होंने अमरीन से शादी की है। वीरभद्र अपनी "पारिवारिक प्रतिष्ठा" बनाए रखना चाहते थे।
बहरहाल, इन आरोपों के सामने आने के बाद वीरभद्र सिंह का परिवार विवादों में आ गया है। अगर कांग्रेस इन्हें किसी भी रूप में कोई पद वगैरह देती है तो कांग्रेस की मुश्किल बढ़ सकती है। समझा जाता है कि देर सवेर प्रतिभा सिंह को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटाया जा सकता है।
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