हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपने बागी नेताओं से परेशान है। कई सीटों पर पार्टी के नेता टिकट न मिलने की वजह से पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसा ही हाल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिले बिलासपुर में भी है। बिलासपुर जिले में विधानसभा की 4 सीटें हैं और इसमें से 2 सीटों पर बीजेपी के बागी नेता चुनाव मैदान में हैं।
हिमाचल: गृह जिले बिलासपुर में ही बगावत नहीं रोक पाए नड्डा
- हिमाचल
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- 2 Nov, 2022
राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे बड़े पद पर होने की वजह से जेपी नड्डा को बीजेपी को हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जीत दिलानी ही होगी? लेकिन बगावत की वजह से बीजेपी का सत्ता में आना मुश्किल हो सकता है।

बिलासपुर जिले में 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 3 सीटों पर जीत मिली थी जबकि एक सीट पर कांग्रेस जीती थी। लेकिन बगावती नेताओं की वजह से बीजेपी के लिए इस प्रदर्शन को सुधारना तो दूर दोहराना ही मुश्किल हो सकता है।
जेपी नड्डा के करीबी माने जाने वाले सुभाष शर्मा बगावत कर बिलासपुर सदर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से बीजेपी ने त्रिलोक जमवाल को टिकट दिया है जो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के राजनीतिक सलाहकार हैं। यहां से पिछली बार बीजेपी के टिकट पर सुभाष ठाकुर जीते थे लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया गया।