वायु प्रदूषण के असर को लेकर एक और सचेत करने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में भारतीयों की जीवन प्रत्याशा यानी किसी व्यक्ति के औसत रूप से उम्र पर ख़राब हवा के असर का आकलन किया गया है। इसमें कहा गया है कि यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार प्रदूषण को नियंत्रित नहीं किया गया तो ख़राब हवा भारतीयों के जीवन के पांच साल कम कर सकता है। हालाँकि उत्तर भारत और दक्षिण भारत में जीवन प्रत्याश में भी अंतर है। उत्तर भारत में हवा ज़्यादा ख़राब है और इस वजह से जीवन प्रत्याशा को 7 साल तक कम कर सकता है।
भारतीयों की ज़िंदगी के 5 साल कम कर रही है ख़राब हवा: रिपोर्ट
- स्वास्थ्य
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- 15 Jun, 2022
ख़राब हवा स्वास्थ्य को कितना बड़ा नुक़सान पहुँचा सकती है, यह शिकागो विश्वविद्यालय से जुड़े एक शोध में सामने आया है। जानिए, भारत में इसका कितना असर है।

ये शिकागो विश्वविद्यालय में ऊर्जा नीति संस्थान के ताज़ा वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक यानी एक्यूएलआई के कुछ निष्कर्ष हैं।