हरियाणा सरकार के एक फ़ैसले से हंगामा खड़ा हो गया है। फ़ैसला है रोज़गार में आरक्षण का। रोज़गार भी सरकारी नहीं, प्राइवेट। और आरक्षण भी किसी जाति, धर्म या आर्थिक आधार पर नहीं, बल्कि राज्य में रहनेवालों को। राज्य सरकार ने यह फ़ैसला तो किया अपने लोगों की भलाई के लिए या उन्हें खुश करने के लिए। वे खुश हुए या नहीं इसका पता तो चुनाव में लगेगा। और उनकी कितनी भलाई हुई इसका पता लगने में भी अभी काफी वक़्त लग सकता है, लेकिन फिलहाल तो इस फैसले से हंगामा खड़ा हो गया है। खासकर हरियाणा में जिन कंपनियों की फैक्ट्रियाँ या दफ्तर हैं उनमें गंभीर चिंता फैल गई है।