हरियाणा के मानेसर में रविवार को बुलाई गई एक पंचायत में मुसलिम दुकानदारों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान किया गया। पंचायत में मौजूद लोगों ने कहा कि मुसलमानों के द्वारा इस इलाके में जूस और सैलून की कई दुकानें हिंदुओं और हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर चलाई जा रही हैं। वक्ताओं ने कहा कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मानेसर की पंचायत में 200 से ज्यादा लोग मौजूद रहे और इसमें बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े कार्यकर्ता भी थे।
इस पंचायत में मानेसर के आसपास के गांवों से भी लोग पहुंचे।
गुड़गांव पुलिस ने बीते शुक्रवार को बजरंग दल और वीएचपी के कुछ सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उन्होंने उदयपुर में कन्हैया लाल दर्जी की हत्या के अभियुक्तों को कठोर सजा देने की मांग की थी और प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ नारे लगाए थे। मानेसर की पंचायत में मांग की गई कि इनके खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को रद्द किया जाए और प्रदर्शन के आयोजकों को क्लीन चिट दी जाए।
पंचायत के बाद उपायुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा गया जिसमें मांग की गई कि इस इलाके में अवैध रूप से रह रहे लोगों को बाहर निकाला जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि इस इलाके में अवैध रूप से रह रहे लोग धर्मांतरण के काम में शामिल हैं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
वीएचपी की मानेसर इकाई के महासचिव देवेंद्र सिंह ने कहा कि यह पंचायत हिंदू समाज की ओर से जिहादी ताकतों और बढ़ती धार्मिक कट्टरता के खिलाफ बुलाई गई थी।
प्रशासन को दिया वक्त
उन्होंने कहा कि हिंदुओं की हत्या हो रही है, रोहिंग्या, बांग्लादेशी और पाकिस्तानी गुड़गांव और मानेसर में अवैध रूप से रह रहे हैं और यहां व्यवसाय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इनकी जांच के लिए एक हफ्ते का वक्त दिया गया है। प्रशासन अगर कार्रवाई नहीं करता है तो हिंदू समाज कार्रवाई करेगा और आगे बड़े पैमाने पर पंचायत बुलाई जाएगी।
वीएचपी के नेता ने कहा कि आर्थिक बहिष्कार ही केवल एक हल है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों की दुकानें व्यवसाय और रोजगार के लिए नहीं हैं, यह जिहाद का एक हिस्सा है। बैठक में मौजूद लोगों ने मुसलिम दुकानदारों के आर्थिक बहिष्कार का समर्थन किया और कहा कि वह मुसलमान दुकानदारों से चीजें नहीं खरीदेंगे।
उदयपुर और अमरावती में हुई हत्याओं का मुद्दा उठाते हुए बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि अगर भविष्य में भी ऐसी वारदात होती हैं तो वह ठीक इसी तरह बदला लेंगे और हथियार उठा लेंगे।
इस बारे में मानेसर पुलिस स्टेशन के एसएचओ विजय कुमार ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पुलिस को पंचायत होने की जानकारी थी और इसलिए सावधानी रखते हुए वहां पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। उन्होंने कहा कि पंचायत शांतिपूर्ण रही।
उधर, रविवार को जयपुर में वीएचपी और तमाम हिंदू संगठनों की ओर से उदयपुर में मारे गए दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इसमें कन्हैयालाल के हत्यारों को फांसी देने की मांग की गई।
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