ऐसे समय जब उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तेज़ रफ़्तार से गाड़ी चढ़ा कर लोगों को कुचलने के आरोप पर बवाल मचा हुआ है, हरियाणा में भी इस तरह का आरोप लगा है।
बीजेपी सांसद नायब सैनी पर यह आरोप लगा है कि उन्होंने आन्दोलन कर रहे किसानों पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी थी, जिससे एक किसान बुरी तरह जख़्मी हो गया। उस किसान को अंबाला के नज़दीक नारायणगढ़ में एक सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया। वह अभी भी अस्पताल में ही है।
क्या हुआ था?
'एनडीटीवी' के अनुसार, हरियाणा के नारायणगढ़ में बीजेपी सांसद नायब सैनी एक कार्यक्रम में भाग लेने गए हुए थे। सैनी भवन में हुए इस कार्यक्रम में नायब सैनी के अलावा खनन मंत्री मूल चंद शर्मा और दूसरे लोग शामिल थे।
किसानों का एक बड़ा समूह सैनी भवन के बाहर जमा होकर बीजेपी नेताओं के खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहा था। आरोप यह लगाया गया है कि जब कार्यक्रम ख़त्म हो गया और लोग बाहर निकले तो नायब सैनी की गाड़ी ने एक किसान को कुचल दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
उस घायल किसान को अस्पताल में दाखिल कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
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नायाब सैनी कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद हैं।
लखीमपुर खीरी का मामला
यह आरोप ऐसे समय लगा जब पहले से इस आरोप पर बवाल मचा हुआ है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने आन्दोलनकारी किसानों पर अपनी गाड़ी चढ़ा कर उन्हें रौंद दिया। इस हिंसा में चार किसान समेत आठ लोग मारे गए।
अब तक इस मामले में किसी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है।
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सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार से सवाल किए हैं।
अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार से इस मामले में शुक्रवार तक स्टैटस रिपोर्ट मांगी है। अदालत ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार इस बात की भी जानकारी दे कि उसने इस मामले में किस तरह की न्यायिक जाँच बैठाई है।
सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि वे अभियुक्त कौन हैं, जिनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है।
अदालत ने कहा कि स्टेटस रिपोर्ट में यह भी बताया जाए कि जो 8 लोग इस घटना में मारे गए हैं, वे कौन हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा कि आपने कितने लोगों को गिरफ़्तार किया है।
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