कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को गुजरात के दाहोद में आदिवासी सत्याग्रह रैली को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान राज्य के आदिवासी मतदाताओं को साधने की कोशिश की।
जल, जंगल और ज़मीन का आंदोलन है आदिवासी सत्याग्रह: राहुल
- गुजरात
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- सत्य ब्यूरो
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- 10 May, 2022
गुजरात के चुनाव में पाटीदार मतदाताओं के बाद आदिवासी मतदाता सबसे अहम हैं लेकिन क्या गुटबाजी से जूझ रही कांग्रेस आदिवासी मतदाताओं के बीच अपने समर्थन में इजाफा कर पाएगी?

रैली में राहुल गांधी ने कहा कि ये धन, ये जल, जंगल, जमीन किसी उद्योगपति की नहीं है; ये आदिवासियों का है, गरीबों का है लेकिन इसका फायदा उन लोगों को नहीं मिलता है।
राहुल ने कहा कि गुजरात की हर ईंट को आदिवासियों ने अपने खून-पसीने से सींचा है। लेकिन उन्हें उनके हक़ और भागीदारी से वंचित रखा गया और आदिवासी सत्याग्रह जल, जंगल और ज़मीन का आंदोलन है। उन्होंने कहा कि हमने आपको मनरेगा दिया, पूरे देश में इस योजना को चलाया और करोड़ों लोगों को मनरेगा से फायदा मिला।
पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दाहोद पहुंचे थे और उन्होंने यहां के लिए 20,000 करोड़ रुपए के पैकेज का एलान किया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस इलाके में एक चुनावी रैली कर चुके हैं। आम आदमी पार्टी का गुजरात में भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन भी हो चुका है।
- Gujarat assembly election 2022