प्रधानमंत्री मोदी ने मोरबी में पुल हादसे की जगह का जब दौरा किया तो क्या वहाँ कुछ छिपाया गया? आख़िर प्रधानमंत्री जहाँ खड़े थे वहाँ पर प्लास्टिक कवर से क्या ढका हुआ था? विपक्षी दलों से लेकर सोशल मीडिया यूज़रों ने लिखा कि उस प्लास्टिक कवर से उस कंपनी के नाम को ढक दिया गया जिसको पुल हादसे के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है। तो क्या सच में प्रधानमंत्री के दौरे से पहले उस कंपनी के नाम वाले बोर्ड को ढका गया? या फिर जैसा कि कुछ बीजेपी से जुड़े लोग या पार्टी समर्थित माने जाने वाले लोग दावा कर रहे हैं, उस बोर्ड को ढका ही नहीं गया?