'पार्टी वद अ डिफरेंस' और 'समर्पित व अनुशासित कार्यकर्ताओं की पार्टी' कही जाने वाली बीजेपी में भारी असंतोष है। यह असंतोष कहीं और नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में है।
गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस्तीफ़ा तो दे दिया, नए मुख्यमंत्री का चुनाव भी शांतिपूर्वक हो गया। पर उसके बाद सरकार गठन को लेकर सिर फुटौव्वल इतनी तेज़ हो गई कि मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह टालना पड़ा।
यहीं पेच फँसा हुआ था। नई सरकार का जो फॉर्मूला दिया गया था, उस वजह से ही । यह फ़ॉर्मूला यह था कि विजय रूपाणी सरकार का कोई मंत्री नई सरकार में नहीं होगा, बिल्कुल नहीं सरकार होगी। मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री नए होंगे, पुराना चेहरा एक नहीं होगा।