लॉकडाउन ने आम लोगों की ही नहीं, सरकारों की भी आर्थिक स्थिति बिगाड़ दी है। राज्य सरकारों की आमदनी इतनी कम हो गई है कि उन्हें अब क़र्ज़ लेना पड़ रहा है। गुजरात सरकार को अपने ख़र्च की ज़रूरतें पूरी करने के लिए इस वित्त वर्ष के दो महीनों में ही 5000 करोड़ रुपये के क़र्ज़ लेने की ज़रूरत आन पड़ी है। यह क़र्ज़ उन रुपयों से अलग है जो केंद्र सरकार से अनुदान के रूप में ख़र्च करने को मिलते हैं।